पूर्णिया विश्वविद्यालय[PURNEA UNIVERSITY], पूर्णिया की स्थापना 18 मार्च 2018 को बिहार विधानसभा के एक अधिनियम द्वारा भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा से की गई थी, जिसे बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम (बीएसयू अधिनियम 1976) के तहत 17 अगस्त 2016 को बिहार राजपत्र (आशाधरन) में अधिसूचित किया गया था, जिसे बिहार अधिनियम 23, 1976 की धारा 3(1) के तहत संशोधित किया गया और बिहार राज्य विश्वविद्यालय संशोधन अधिनियम 13, 2016 कहा गया। ‘
पूर्णिया विश्वविद्यालय नामकरण पूर्णिया जिले के नाम से ही निकला है। पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्वी बिहार के शैक्षणिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह अपने क्षेत्र के उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक है। इस ब्लॉग में हम पूर्णिया विश्वविद्यालय [PURNEA UNIVERSITY] के इतिहास, शैक्षणिक कार्यक्रम, अनुसंधान कार्य, छात्र जीवन, और इसके भविष्य के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
PURNEA UNIVERSITY, इतिहास और स्थापना
पूर्णिया विश्वविद्यालय , पूर्णिया की स्थापना भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय , मधेपुरा से अलग करके किया गया था । भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय , मधेपुरा पर अत्यधिक दबाव होने के कारण लगातार मांग की जा रही थी , कि एक अलग विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए जिससे भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय पर दबाव कम हो ताकि परीक्षा समय पर हो तथा परिणाम भी समय पर जारी किया जाए। पूर्णिया विश्वविद्यालय , पूर्णिया बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 के तहत 17 अगस्त 2016 को बिहार राज्य पत्र में अधिसूचित किया गया एवं पूर्णिया विश्वविद्यालय , पूर्णिया की स्थापना 18 मार्च 2018 को हुआ।वर्तमान में यह विश्वविद्यालय पूर्णिया कॉलेज, पूर्णिया के परिसर में चलता है, लेकिन बहुत जल्द ही इसका अपना परिसर होगा।
शैक्षणिक कार्यक्रम और संकाय
पूर्णिया विश्वविद्यालय बिहार, भारत में स्थित एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है जो विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों की पेशकश करता है। यह विश्वविद्यालय विभिन्न क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता और संगठनात्मक विकास के लिए प्रसिद्ध है।पूर्णिया विश्वविद्यालय अपने छात्रों को उन्नत अध्ययन और शोध के लिए एक संबोधन के रूप में विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रम प्रदान करता है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय छात्रों को समृद्ध और समाज में उपयोगी नागरिक बनाने के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करता है।इसके अतिरिक्त, पूर्णिया विश्वविद्यालय शैक्षणिक परिवेश में अपने छात्रों के लिए अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करता है। विश्वविद्यालय ने उच्चतम शैक्षणिक मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है और अपने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता के शैक्षणिक अनुभव प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है।
- विज्ञान संकाय: जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, गणित, और पर्यावरण विज्ञान जैसे विभाग शामिल हैं।
- कला संकाय: जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, इतिहास, और समाजशास्त्र जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
- वाणिज्य संकाय: जहां पर व्यवसाय प्रबंधन, लेखा, और वित्तीय अध्ययन के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
- कानून संकाय: जो कानूनी शिक्षा और अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
अनुसंधान और नवाचार
विश्वविद्यालय ने उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए एक समर्पित वातावरण तैयार किया है।अनुसंधान के क्षेत्र में, पूर्णिया विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों में मौलिक और अनुप्रयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देता है। यहां के संकाय सदस्य और छात्र अनुसंधान परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं, जिससे वैज्ञानिक और सामाजिक समस्याओं के समाधान में योगदान होता है।
विश्वविद्यालय नियमित रूप से संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों का आयोजन करता है, जिससे अनुसंधानकर्ताओं को अपने कार्यों को प्रस्तुत करने और विचार-विमर्श करने का अवसर मिलता है।
नवाचार के संदर्भ में, पूर्णिया विश्वविद्यालय ने छात्रों और संकाय सदस्यों को नई तकनीकों और विचारों के विकास के लिए प्रेरित किया है। यहां के इनक्यूबेशन सेंटर और स्टार्टअप पहल नवोदित उद्यमियों को आवश्यक समर्थन और संसाधन प्रदान करते हैं। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने विभिन्न उद्योगों और संगठनों के साथ सहयोग किया है, जिससे छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं पर काम करने का अवसर मिलता है।
इस प्रकार, पूर्णिया विश्वविद्यालय अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्थान के रूप में उभर रहा है, जो समाज और उद्योग को नए विचारों और समाधानों से लाभान्वित कर रहा है।
निष्कर्ष
पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्वी बिहार का एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है जो विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करता है। स्थापना से ही विश्वविद्यालय ने छात्रों को व्यापक विषयों में शिक्षा प्रदान करके उनके विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यहाँ के कई विभाग और केंद्र अनुसंधान कार्यों में सक्रिय हैं और छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार करने का प्रयास करते हैं। पूर्णिया विश्वविद्यालय ने अपने विशेष प्रयासों और सामाजिक योगदान के माध्यम से पूर्वी बिहार के शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।