आम का मौसम शुरू हो चुका है,बाजार में आम आने शुरू हो चुके हैं । इस बीच fssai ने फलों के पकने में शामिल व्यापारियों , फल संचालकों और खाद्य व्यवस्थाओं से जुड़े संचालकों को बड़ी चेतावनी जारी की है । यह सलाह खास तौर पर उन लोगों के लिए है जो खास तौर पर आम के मौसम के दौरान कृत्रिम रूप से फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग करते हैं। फलों को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करने पर बैन है , इसके बावजूद इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है।
फलों का राजा आम और FSSAI
आम, जिसे “फलों का राजा” कहा जाता है, अपने स्वादिष्ट स्वाद और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण बेहद लोकप्रिय है। आम में विटामिन C, विटामिन A, और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, त्वचा को निखारने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
हालांकि, आम के पकने की प्रक्रिया में कुछ unscrupulous विक्रेता कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पेट में जलन, सिरदर्द, और दीर्घकालिक रूप से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण [FSSAI] के दिशा-निर्देशों के अनुसार, उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे केवल प्राकृतिक रूप से पके फलों का सेवन करें।
भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण [FSSAI] के मानकों का पालन करते हुए, आम का सेवन सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप ऐसे आम खरीदें जो प्राकृतिक रूप से पके हों I
कैल्शियम कार्बाइड से होने वाले नुकसान और FSSAI
कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग फलों को जल्दी पकाने के लिए किया जाता है, लेकिन इससे स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। कैल्शियम कार्बाइड के संपर्क में आने पर एसिटिलीन गैस उत्पन्न होती है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। इस प्रक्रिया से पकाए गए फलों में आर्सेनिक और फॉस्फोरस जैसे हानिकारक रसायन हो सकते हैं, जो निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं:
- पेट में जलन: कैल्शियम कार्बाइड से पकाए गए फल पेट में जलन और अल्सर जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
- सिरदर्द और चक्कर आना: इन फलों का सेवन करने से सिरदर्द, चक्कर आना, और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- दीर्घकालिक बीमारियाँ: लंबे समय तक सेवन करने से कैंसर, न्यूरोलॉजिकल विकार, और अन्य गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।
भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने कैल्शियम कार्बाइड के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। FSSAI फलों को पकाने के लिए नैचुरल और सुरक्षित विकल्पों का उपयोग करने की सिफारिश करता है, जैसे कि एथिलीन गैस, जो स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित मानी जाती है। FSSAI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, खाद्य विक्रेताओं और उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पदार्थों से बच सकें।
निष्कर्ष
आम, जिसे “फलों का राजा” कहा जाता है, अपने स्वाद और पोषण संबंधी गुणों के कारण अत्यधिक पसंद किया जाता है। आम में विटामिन C, विटामिन A, और फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, त्वचा को निखारने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
हालांकि, कुछ विक्रेता आम को जल्दी पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। कैल्शियम कार्बाइड से पकाए गए फलों में आर्सेनिक और फॉस्फोरस जैसे विषैले रसायन हो सकते हैं, जो पेट में जलन, सिरदर्द, चक्कर आना, और दीर्घकालिक रूप से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने कैल्शियम कार्बाइड के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। FSSAI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, फलों को पकाने के लिए एथिलीन गैस जैसे सुरक्षित विकल्पों का उपयोग किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक फल मिलें, FSSAI ने विक्रेताओं और उपभोक्ताओं को जागरूक करने के प्रयास किए हैं।
उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे केवल प्राकृतिक रूप से पके हुए आम का ही सेवन करें और FSSAI द्वारा प्रमाणित फलों का चयन करें। इससे न केवल उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी बल्कि वे आम के सभी पोषण संबंधी लाभों का भी पूरा आनंद उठा सकेंगे।